जब आप को बुरे सपने बार बार सताए तो ये करनी चाहिए...
सभी क जिंदगी में बुरे सपने का अपना अपना महत्व है चाहे कोई आप का पीछे से पीछा करता हो , या कोई पीछे से ऊंची इमारत से कोई धक्का देने का हो या कोई ऐसे शख्स सामने आजाये जिसे देख आप की रूह भी कांप जाये ..होता है न
एक रात जब मैं अपनी बुआ क घर अकेले तालाब के पास वाले कमरे में सोया था तो मुघे उस रूम के झत पर किसी क जोर जोर पेर की चलने की आवाज आ रही थी फिर कुछ देर बाद वो आवाज बंद हो गयी मैंने सुरु सुरु में इस तरह चीज को ऐसे ही ले लिया कि मेरा भरम है जब ये नहीं रुकी तो मैं छत पर चला गया और मै एक ऐसी बुड्ढी औरत सफेद साड़ी में छत के एक फुट ऊपर से चल रही है तब तक उसको मेरी आहट मिल गई और वो मेरी तरफ मुड़ी और बहुत तेज़ी से मेरी तरफ आगे
बढ़ी मैंने उसका चेहरा देखा तो उसके आख ते ही नही और अजीबो गरीब मिश्रित आवाज में कभी औरतो की आवाज में कभी भरी मर्दो की आवाज
में ये पूछी आखिर आ गया ... अचानक मेरा नींद टूट गया मेरा पूरा बदन पसीने से से भींग गया था तभी मुघे अपनी माँ की बात याद आयी अगर आप को कोई बुरी सपने आये तो उस स्थान को छोड़ क सोना चाहिए अगर आप क पास लोहे की कोई कोई वस्तु हो तो उसको अपने तकिये क निचे रख क सोना चाहिए अगर आप के पास क मोबाइल है तो आप हनुमान चालीसा चला लीजिये अगर नही है तो बस हनुमा जी का नाम बीएस 5 बार ही ले क्र सो जायेंगे तो कोई भी कितनी भी बुरी बुरी सी बुरी बला क्यू न हो वो आ नही सकती क्यू की तुलसी दास ने हनुमान चालीसा में लिखा है "भूत पिचास निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे " ये है उनके बस नाम लेने का गुण और ये केवल भूत पिचाश के लिए ही नही रोग दोस क लिए भी तुलसी दास ने क्या बताया है "नासे रोग हरे पीडा जपत निरंतर हनुमत बीरा" यानि हनुमान जी का नाम लेने मात्र से आप क रोग दोस भी खत्म हो जाते है बस आप क मन में पूर्ण श्रद्धा होना चाहिए
एक रात जब मैं अपनी बुआ क घर अकेले तालाब के पास वाले कमरे में सोया था तो मुघे उस रूम के झत पर किसी क जोर जोर पेर की चलने की आवाज आ रही थी फिर कुछ देर बाद वो आवाज बंद हो गयी मैंने सुरु सुरु में इस तरह चीज को ऐसे ही ले लिया कि मेरा भरम है जब ये नहीं रुकी तो मैं छत पर चला गया और मै एक ऐसी बुड्ढी औरत सफेद साड़ी में छत के एक फुट ऊपर से चल रही है तब तक उसको मेरी आहट मिल गई और वो मेरी तरफ मुड़ी और बहुत तेज़ी से मेरी तरफ आगे
बढ़ी मैंने उसका चेहरा देखा तो उसके आख ते ही नही और अजीबो गरीब मिश्रित आवाज में कभी औरतो की आवाज में कभी भरी मर्दो की आवाज
में ये पूछी आखिर आ गया ... अचानक मेरा नींद टूट गया मेरा पूरा बदन पसीने से से भींग गया था तभी मुघे अपनी माँ की बात याद आयी अगर आप को कोई बुरी सपने आये तो उस स्थान को छोड़ क सोना चाहिए अगर आप क पास लोहे की कोई कोई वस्तु हो तो उसको अपने तकिये क निचे रख क सोना चाहिए अगर आप के पास क मोबाइल है तो आप हनुमान चालीसा चला लीजिये अगर नही है तो बस हनुमा जी का नाम बीएस 5 बार ही ले क्र सो जायेंगे तो कोई भी कितनी भी बुरी बुरी सी बुरी बला क्यू न हो वो आ नही सकती क्यू की तुलसी दास ने हनुमान चालीसा में लिखा है "भूत पिचास निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे " ये है उनके बस नाम लेने का गुण और ये केवल भूत पिचाश के लिए ही नही रोग दोस क लिए भी तुलसी दास ने क्या बताया है "नासे रोग हरे पीडा जपत निरंतर हनुमत बीरा" यानि हनुमान जी का नाम लेने मात्र से आप क रोग दोस भी खत्म हो जाते है बस आप क मन में पूर्ण श्रद्धा होना चाहिए
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